नया आधार सेंटर खुलने से मिलेगी बड़ी राहत, UIDAI की पहल
भीड़ और देरी से छुटकारा, अब स्थानीय स्तर पर होंगे आधार अपडेट
मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) का एक नया आधार सेंटर खुलने जा रहा है। यह सेंटर भोपाल और इंदौर की तर्ज पर काम करेगा, जिससे आधार कार्ड बनवाने और उसमें संशोधन कराने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। वर्तमान में आधार सेंटरों पर लंबी कतारें और प्रक्रिया में होने वाली देरी से निपटने के लिए यह कदम उठाया गया है।
क्यों जरूरी है नया आधार सेंटर?
वर्तमान में ग्वालियर में आधार बनवाने या अपडेट कराने के लिए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य समस्याएं इस प्रकार हैं:
1. भीड़ और लंबा इंतजार – पोस्ट ऑफिस और कलेक्ट्रेट जैसे सेंटरों पर रोजाना सैकड़ों लोग आधार के लिए आते हैं, जिससे लंबी कतारें लगती हैं।
2. आधार निरस्त होने की समस्या – बनाए गए आधार में से 35-40% कार्ड किसी न किसी कारण से निरस्त हो जाते हैं, जिससे लोगों को दोबारा प्रक्रिया शुरू करनी पड़ती है।
3. दिल्ली पर निर्भरता – तीन से अधिक बार अपडेट कराने या निरस्त आधार की शिकायत दूर करने के लिए दिल्ली स्थित UIDAI कार्यालय से संपर्क करना पड़ता है, जिसमें समय और परेशानी बढ़ती है।
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नए सेंटर के खुलने से ये सभी समस्याएं कम होंगी, क्योंकि अब स्थानीय स्तर पर ही आधार संबंधी मुद्दों का समाधान किया जा सकेगा।
नए सेंटर से क्या बदलेगा?
- स्थानीय स्तर पर समस्याओं का समाधान – UIDAI का एक प्रतिनिधि सीधे सेंटर पर मौजूद रहेगा, जो आधार निरस्त होने या अपडेट में आने वाली दिक्कतों को तुरंत ठीक कर सकेगा।
- भीड़ कम होगी – नए सेंटर के खुलने से मौजूदा केंद्रों पर दबाव कम होगा और लोगों को जल्दी सेवा मिल सकेगी।
- आधार बनाने की प्रक्रिया आसान – अगर कोई दस्तावेज़ सही नहीं है या स्कैनिंग में कोई त्रुटि है, तो उसे तुरंत ठीक किया जा सकेगा।
किन कारणों से निरस्त होते हैं आधार?
UIDAI द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, निम्न कारणों से आधार कार्ड निरस्त किए जाते हैं:
1. दस्तावेज़ों में त्रुटि – यदि आवेदक के दस्तावेज़ ठीक से स्कैन नहीं हुए हैं या अपूर्ण हैं।
2. नाम या जन्मतिथि में अंतर – अगर आधार में दर्ज नाम या जन्मतिथि अन्य दस्तावेज़ों से मेल नहीं खाती।
3. पते में विसंगति – यदि वर्तमान पता और आधार पर दर्ज पते में अंतर है।
4. बच्चों के आधार में समस्या – कई बच्चों के आधार में नाम नहीं होता, जिससे बाद में दिक्कतें आती हैं।
बैंकों में क्यों नहीं जा रहे लोग?
ग्वालियर में 56 आधार केंद्र हैं, जिनमें पोस्ट ऑफिस और कलेक्ट्रेट के सेंटर सबसे ज्यादा व्यस्त रहते हैं। हालांकि, बैंकों में आधार बनवाने वालों की संख्या कम है। अगर लोग बैंकों में भी आधार के लिए आएं, तो पोस्ट ऑफिस और कलेक्ट्रेट का दबाव काफी हद तक कम हो सकता है।
कलेक्टर ने क्या कहा?
ग्वालियर की कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि आधार निरस्त होने की संख्या को देखते हुए नए सेंटर की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा, "भोपाल और इंदौर के UIDAI सेंटर का फीडबैक लेने के बाद यह निर्णय लिया गया है। इससे आधार बनवाने और अपडेट कराने की प्रक्रिया आसान होगी और निरस्त होने के मामले भी कम होंगे।"
निष्कर्ष
ग्वालियर में UIDAI का नया आधार सेंटर शुरू होने से नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी। यह कदम न केवल भीड़ कम करेगा, बल्कि आधार संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान भी सुनिश्चित करेगा। सरकारी योजनाओं और अन्य कार्यों के लिए आधार की अनिवार्यता को देखते हुए यह पहल निश्चित रूप से लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी।