MP ITI Dual Certificate Course: स्कूल के साथ ही टेक्निकल ट्रेनिंग, 10वीं पास करते ही मिलेगी नौकरी
मध्यप्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव करते हुए "ड्युअल सर्टिफिकेट कोर्स" की शुरुआत की है। इस योजना के तहत अब छात्र 9वीं कक्षा से ही ITI (Industrial Training Institute) का कोर्स कर सकेंगे। यह पहल छात्रों को एक साथ शैक्षणिक और तकनीकी शिक्षा प्रदान करेगी, जिससे वे 10वीं पास करते ही नौकरी के लिए तैयार हो जाएंगे।
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प्रतीकात्मक चित्र |
क्या है MP ITI Dual Certificate Course?
इस नई योजना के तहत, छात्र 9वीं और 10वीं की पढ़ाई के साथ-साथ 8 ट्रेड्स में ITI का कोर्स कर सकेंगे। जब वे 10वीं पास करेंगे, तो उन्हें दो सर्टिफिकेट मिलेंगे:
- माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का सर्टिफिकेट (10वीं पास)
- NCVET (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग) द्वारा मान्यता प्राप्त ITI डिप्लोमा
इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि छात्र 10वीं पास करते ही नौकरी पाने के योग्य हो जाएंगे। अगर वे आगे पढ़ना चाहें, तो 12वीं के साथ डिप्लोमा पूरा कर सकते हैं या इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर में लेटरल एंट्री ले सकते हैं।
8 ट्रेड्स में मिलेगा टेक्निकल ट्रेनिंग
इस कोर्स के तहत छात्र निम्नलिखित 8 ट्रेड्स में प्रशिक्षण ले सकेंगे:
- ईवी मैकेनिक (इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नीशियन)
- प्लम्बर
- इलेक्ट्रिशियन
- मेसन (राजमिस्त्री)
- ड्रेस डिजाइनिंग
- स्विंग टेक्नोलॉजी
- वायरमैन
- रेफ्रिजरेशन एवं एसी तकनीशियन
इन ट्रेड्स को चुनने वाले छात्रों को रूस जैसे देशों में जॉब ऑफर भी मिल सकते हैं, जहां 1 से 1.5 लाख रुपये प्रति माह तक की सैलरी मिलने की संभावना है।
कैसे काम करेगी यह योजना?
1. ऑनलाइन पढ़ाई + ऑफलाइन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
- स्कूल की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से होगी।
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग साल में दो बार (15-15 दिन के सेशन में) दी जाएगी।
- ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को 12 घंटे की इंटेंसिव ट्रेनिंग दी जाएगी।
2. आवासीय सुविधा उपलब्ध
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को आईटीआई हॉस्टल में रहने की सुविधा मिलेगी।
- सरकार ने 100 छात्रों के लिए हॉस्टल बनाया है।
3. कम फीस में उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग
- सामान्य ITI कोर्स की फीस ₹25,000 है, लेकिन इस योजना में छात्र सिर्फ ₹15,000 में ट्रेनिंग ले सकेंगे।
- आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए बॉन्ड सिस्टम की व्यवस्था है, जिसमें वे कोर्स पूरा करने के बाद 1 साल की सर्विस देकर फीस चुका सकेंगे।
रूस में मिलेगी नौकरी का मौका
राज्य ओपन स्कूल बोर्ड ने रूस स्थित भारतीय दूतावास के साथ चर्चा की है। रूस में 1.5 लाख कुशल मजदूरों (विशेषकर मेसन, इलेक्ट्रिशियन, ईवी मैकेनिक) की डिमांड है। ITI डिप्लोमा धारक छात्रों को वहां अच्छी सैलरी (1-1.5 लाख/माह) और बेहतर करियर ऑप्शन मिल सकते हैं।
पायलट प्रोजेक्ट कहाँ से शुरू होगा?
इस योजना की शुरुआत शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के विधानसभा क्षेत्र गाडरवाड़ा (साईंखेड़ा) से हो रही है। यहाँ पहला मॉडल ITI सेंटर बनाया गया है, जहाँ 8 ट्रेड्स के लिए मॉडर्न लैब स्थापित की गई हैं।
योजना की सफलता के बाद इसे उज्जैन और सारंगपुर में भी लागू किया जाएगा।
निष्कर्ष
MP ITI Dual Certificate Course छात्रों के लिए एक गेम-चेंजिंग ऑप्शन है। इससे वे कम उम्र में ही स्किल्ड बनकर नौकरी पा सकेंगे या हायर एजुकेशन के लिए आगे बढ़ सकेंगे। सरकार ने इसके लिए ₹4.5 करोड़ का बजट भी स्वीकृत किया है।
अगर आप टेक्निकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है!